दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। बीना सीट से विधानसभा से कांग्रेस की विधायक निर्मला सप्रे का इस्तीफा न देने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। विधानसभा ने उन्हें तीसरा नोटिस जारी करते हुए 15 दिन के भीतर जवाब देने को कहा है। निर्मला सप्रे, जो अब भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुकी हैं, ने अभी तक कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है, जिस कारण उनकी सदस्यता खतरे में है।
निर्मला सप्रे ने कांग्रेस का साथ छोड़ भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता तो ग्रहण कर ली है, परंतु दल बदल कानून के तहत उन्हें अपने विधायक पद से इस्तीफा देना अनिवार्य था, जो अभी तक नहीं हुआ है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर उनकी सदस्यता समाप्त करने की मांग की है। इसके जवाब में, विधानसभा ने उन्हें जवाब देने के लिए तीन बार नोटिस जारी किया, लेकिन निर्मला सप्रे समय बढ़ाने के लिए लगातार अनुरोध कर रही हैं।
निर्मला सप्रे के कांग्रेस छोड़ने का मुख्य कारण बीना को जिला बनाने का वादा था, जो अब तक पूरा नहीं हो पाया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मुद्दे पर कोई ठोस घोषणा नहीं की है, जिससे सप्रे की राजनीतिक स्थिति कमजोर हो गई है। यही कारण है कि वे चुनाव लड़ने में हिचकिचा रही हैं और बार-बार समय मांग रही हैं।
अब, यह देखना होगा कि विधानसभा अध्यक्ष निर्मला सप्रे को और समय देते हैं या उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई होती है। बीना में उपचुनाव की संभावना भी इस फैसले पर निर्भर करती है।