दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर में शराबखोरी चरम पर पहुंच चुकी है, जिसके चलते प्रदेश के युवा शराब की लत में फंसकर अपने भविष्य को दांव पर लगा रहे हैं। इस बढ़ती शराबखोरी के कारण अपराधों में वृद्धि हो रही है, जिससे समाज में कई तरह की विकृतियां फैल रही हैं। महिलाओं के संरक्षण के लिए सरकार भले ही लाड़ली बहना योजना जैसी विभिन्न योजनाएं चला रही है, लेकिन शराब के कारण महिलाएं घरेलू हिंसा और आर्थिक शोषण का शिकार हो रही हैं। शराबी पति उनकी मेहनत की कमाई छीनकर शराब पर खर्च कर देते हैं, जिससे परिवार के बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहे हैं।
शहर के रहवासी क्षेत्रों, स्कूलों और मंदिरों के पास खुली शराब की दुकानों और अवैध रूप से बिकने वाली जहरीली शराब के विरोध में आज हजारों माताओं और बहनों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने इन शराब दुकानों को रहवासी इलाकों से हटाने की मांग की और कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए युवा संघर्ष समिति के नेतृत्व में जिला अध्यक्ष के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
इस विरोध प्रदर्शन में युवा संघर्ष समिति के अध्यक्ष अशोक रोहितास, भूरा पहलवान, शेरू अहिरवार, राजेंद्र चौधरी, तरुण रोहितास, अजय गुप्ता, कौशल सौंधिया, विकास चौधरी, प्रदीप चौरसिया, राम यादव, रत्नेश श्रीवास, विकास खरे, हिमांशु तिवारी, एड. दिनेश कोरी, अभय श्रीवास्तव, पप्पू यादव, और विजय प्रजापति जैसे कार्यकर्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।