दैनिक सांध्य बन्धु सतना। सतना नगर निगम के स्पीकर के खिलाफ अविश्वास पत्र प्रस्तुत किए जाने के बाद सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। बुधवार की रात कांग्रेस के पार्षदों के अचानक लापता होने के मामले ने तनाव को और बढ़ा दिया। वार्ड नंबर 12 की महिला पार्षद माया कोल के लापता होने पर कांग्रेसियों ने विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा के साथ थाने का रुख किया और सुरक्षा की मांग की।
महिला पार्षद का अचानक गायब होना
माया कोल के गायब होने की सूचना उनके बेटे लल्लू कोल ने दी। शाम को घर लौटे लल्लू को अपनी मां का पता नहीं चला। परिजनों ने बताया कि माया मीटिंग के लिए निकली थीं और उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ था। शिकायत के बाद कांग्रेस के नेताओं ने विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा के नेतृत्व में कोलगवां थाने का दौरा किया।
थाने में बवाल और विधायक की डटे रहने की धमकी
विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा और अन्य कांग्रेसी नेताओं ने थाने में धरना दे दिया। विधायक ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि जब तक माया कोल को खोजा नहीं जाता, वे थाने में ही रहेंगे। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की, लेकिन कांग्रेसियों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।
एक और पार्षद की गुमशुदगी
इस बीच, कांग्रेस की वार्ड 44 की पार्षद अर्चना अनिल गुप्ता के भी लापता होने की सूचना आई। उनके और उनके पति के मोबाइल भी बंद थे। दोनों ने कलेक्टर को अविश्वास पत्र पर हस्ताक्षर किए थे और कलेक्टर ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए बुलाया था।
विधायक का एसपी को पत्र
लापता पार्षदों की सुरक्षा को लेकर विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने देर रात एसपी को पत्र लिखा। उन्होंने पार्षदों को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की और कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा के लिए पार्षदों की सुरक्षा आवश्यक है।