दैनिक सांध्य बन्धु इंदौर। हरे नारियल की कीमतें अक्टूबर में अचानक बढ़कर ₹70 से ₹90 प्रति नग हो गई हैं, जो पहले ₹20 से ₹25 के बीच थी। विशेषज्ञों के अनुसार, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में कम बारिश और गुजरात में अत्यधिक बारिश के कारण नारियल की फसल प्रभावित हुई है, जिससे आवक में 75% की कमी आई है। चोइथराम मंडी में जहां पहले 20-25 ट्रक नारियल आते थे, अब यह संख्या घटकर 5 ट्रक रह गई है।
खोपरा गोला और बुरादा की कीमतों में भी तेजी देखी जा रही है। खोपरा गोला अब ₹3800 प्रति 15 किलो हो गया है, जबकि पहले यह ₹2500 था। इसी तरह बुरादा ₹250 से ₹275 प्रति किलो तक पहुंच गया है।
भगवान को अर्पित करने के लिए नारियल की जगह पेड़े और मिठाई भी उपयोग की जा सकती है। इसके अलावा, मंदिर में नारियल न होने पर 21 परिक्रमा करने का भी महत्व है।
नारियल पानी की कमी के चलते, डॉक्टरों का कहना है कि मरीजों के लिए ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट (ORS) एक प्रभावी विकल्प हो सकता है। एक लीटर पानी में एक चुटकी नमक, एक चम्मच शक्कर और नींबू का रस मिलाकर इसका सेवन करना नारियल पानी जितना ही लाभकारी होता है।
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