दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। मध्य प्रदेश में प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी हो रही है। लंबे समय से एक ही जगह पर पदस्थ IAS अधिकारियों के तबादले की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली सरकार जल्द ही नए साल की पहली प्रशासनिक फेरबदल का आदेश जारी कर सकती है।
तबादलों की मुख्य वजह
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची के पुनरीक्षण प्रकाशन के कारण छह जनवरी तक तबादलों पर रोक थी। अब सूची प्रकाशन के बाद 15 से अधिक IAS अधिकारियों के ट्रांसफर की संभावना है। जो अधिकारी छोटे जिलों में पदस्थ थे और हाल ही में सचिव या अपर सचिव पद पर प्रमोट हुए हैं, उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
कलेक्टर और सीईओ के तबादले संभव
करीब 8 कलेक्टर और 10 जिला पंचायत सीईओ ऐसे हैं, जो 2 साल या अधिक समय से एक ही जिले में कार्यरत हैं। इन अफसरों को नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। इसके अलावा 2015-16 बैच के IAS अधिकारियों को भी कलेक्टरी का मौका मिल सकता है।
लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे अधिकारी
कई अधिकारी 4 से 6 साल तक एक ही स्थान पर कार्यरत हैं। जैसे:
6 साल से अधिक समय से पदस्थ: अशोक कुमार चौहान, नियाज अहमद खान, विनय निगम, प्रीति जैन।
4 साल से अधिक समय से पदस्थ: भावना वालिम्बे, मल्लिका निगम नागर, अरुणा गुप्ता, शिवशेखर शुक्ला, उषा परमार।
मुख्य सचिव के कार्यकाल की पहली बड़ी सर्जरी
मुख्य सचिव अनुराग जैन के कार्यकाल में यह पहली बड़ी प्रशासनिक सर्जरी होगी। मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के बीच हाल ही में हुई बैठक में इस बदलाव को अंतिम रूप दिया गया।
प्रमुख नाम जो बदलाव के दायरे में हो सकते हैं
कलेक्टर: सतेंद्र सिंह (गुना), नीरज कुमार सिंह (उज्जैन), प्रतिभा पाल (रीवा)।
सीईओ जिला पंचायत: कमलेश भार्गव (दतिया), ऋतुराज सिंह (भोपाल), तपस्या परिहार (छतरपुर)।