दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। भाजपा में जिला अध्यक्ष के चयन को लेकर सत्ता, संघ और संगठन ने मंथन के बाद गुटबाजी को छोड़कर जातीय समीकरण और नए चेहरों को प्राथमिकता दी है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी द्वारा अध्यक्षों की सूची किसी भी पल जारी की जा सकती है। इस बार भाजपा में अध्यक्ष पद के चयन को लेकर मची खींचतान के बाद पार्टी ने यह मान लिया है कि विधानसभा चुनाव के दौरान हुए विरोध जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
इन में से कोई होगा नया अध्यक्ष
सूत्रों के अनुसार, जबलपुर शहर अध्यक्ष के लिए जो नाम दिल्ली गए थे, उनमें भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक शरद अग्रवाल, नगर भाजपा के पूर्व महामंत्री संदीप जैन और पूर्व नगर निगम अध्यक्ष राजेश मिश्रा शामिल थे। ग्रामीण अध्यक्ष के लिए तीन बार के ग्रामीण महामंत्री राजेश दाहिया, युवा मोर्चा के पदाधिकारी रहे आशीष पटैल और संदीप शुक्ला के नाम पेनल से दिल्ली गए थे। अब इन नामों में से कौन से नाम पर सहमति बनी है, यह जल्द ही स्पष्ट हो जाएगा।
पैनल से फाइनल नामा की घोषणा
शुक्रवार को दिल्ली भेजे गए पैनल में से नामों को फायनल कर भोपाल भेजा गया था। केंद्रीय संगठन ने पैनल में शामिल नामों पर सहमति दे दी है। गुटीय और जातीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए नामों की औपचारिक घोषणा किसी भी वक्त की जा सकती है।
विरोध को संभालने के लिए डैमेज कंट्रोल की तैयारी
चूंकि जबलपुर में अध्यक्ष पद को लेकर लंबे समय से उथल-पुथल मची हुई है, ऐसे में नई घोषणा के बाद विरोध के स्वर उठने की संभावना जताई जा रही है। इस स्थिति से निपटने के लिए संघ के निदेशा पर संगठन ने डैमेज कंट्रोल की तैयारी की है। संगठन ने चुनाव प्रभारी को। जिम्मेदारी सौंपी है कि वे जबलपुर में आकर बैठक आयोजित करेंगे और नए अध्यक्ष का स्वागत करेंगे।