दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मकर संक्रांति के अवसर पर जबलपुर में नर्मदा तट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बावजूद ग्वारी घाट, जिलहरी घाट, तिलवारा घाट, और भेड़ाघाट पर भक्तों ने तड़के ब्रह्म मुहूर्त से पवित्र स्नान किया।
श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा के पावन जल में डुबकी लगाकर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया और तिल-गुड़ का भोग लगाया। तीर्थ पुरोहितों के अनुसार, इस दिन सूर्य देव का मकर राशि में प्रवेश विशेष धार्मिक महत्व रखता है। नदियों में स्नान और दान-पुण्य से भक्तों को आशीर्वाद और पुण्य प्राप्त होता है।
सुरक्षा के विशेष इंतजाम
भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीमों ने मोटर बोट से गश्त करते हुए श्रद्धालुओं को गहरे पानी में जाने से रोका। नौका संचालन को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया।
श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान
भीड़ के कारण ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए गौरी घाट और अन्य घाटों पर विशेष रूट डायवर्ट किए गए। ट्रैफिक विभाग ने अवधपुरी झंडा चौक और रामलला मंदिर के पास बैरिकेड्स लगाए। वाहनों को आयुर्वेदिक कॉलेज के समीप पार्किंग स्थल पर रोका गया और वैकल्पिक मार्गों से भेजा गया।
60,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने किया स्नान
जबलपुर के साथ भोपाल, कटनी, सिवनी जैसे शहरों से भी श्रद्धालु पहुंचे। अब तक 60,000 से अधिक भक्तों ने नर्मदा स्नान कर पुण्य अर्जित किया। स्नान के बाद भक्तों ने भगवान की आराधना की और जरूरतमंदों को दान देकर संक्रांति का पर्व मनाया।