Jabalpur news: आउटसोर्स विद्युत कर्मी ने दी सुरक्षा की ट्रेनिंग

आमतौर पर ट्रांसको के इंजीनियर देते है प्रशिक्षण 

दैनिक सांध्य बन्धु  जबलपुर।  एम.पी. ट्रांसको (मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) के ट्रांसमिशन लाइन मेंटेनेन्स के आउटसोर्स कर्मी रामविलास ने एक अनूठा उदाहरण पेश करते हुये में एम.पी. ट्रांसको के नियमित कर्मियों सहित अन्य आउटसोर्स कर्मियों को ट्रांसमिशन लाइन एवं सबस्टेशनों में सुरक्षित कार्य करने हेतु एक सुरक्षा ट्रेनिंग दी। सामान्यतः एम.पी. ट्रांसको में इस तरह की ट्रेनिंग वरिष्ठ एवं विशेषज्ञ इंजीनियर्स द्वारा दी जाती रही है, परंतु मध्यप्रदेश में यह पहला मौका है जब किसी आउटसोर्स कर्मी ने सुरक्षा संबंधी समस्त प्रक्रियाओं को पहले अच्छे से समझा जाना और फिर स्वंय प्रशिक्षित होकर अन्यों को भी प्रशिक्षित करने का उल्लेखनीय कार्य किया।  श्री रामविलास ने 220 के.व्ही. सबस्टेशन विदिशा में एम.पी. ट्रांसको के 35 अधिकारी/ कर्मचारियों को ट्रांसमिशन लाइन और सबस्टेशनों में कार्य के दौरान प्रयोग किये जाने वाले सेफ्टी बेल्ट के उपयोग करने के तरीके, इसके बांधने से होने वाली सुरक्षा तथा सेफटी बेल्ट बांध कर कार्य करने के दौरान बरती जाने वाली सावधानी के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। एक मेंटेनेन्स कर्मी द्वारा दिये गये इस व्यावहारिक ट्रेनिंग से उपस्थित मेंटेनेन्स स्टाफ का न केवल मनोबल बढ़ा बल्कि सभी ने कार्य के दौरान अनिवार्य रूप से सुरक्षा बेल्ट बांधने की शपथ भी ली। ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने रामविलास के इस प्रयास की सराहना करते हुये इसे अन्यों के लिये अनुकरणीय बताया।    

 क्यों जरूरी है सेफ्टी बेल्ट का उपयोग............

 सेफ्टी बेल्ट पूरे शरीर की सुरक्षा हेतु एक व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरण है जिसे कार्यस्थल पर या ऊंचाई पर होने वाली अन्य गतिविधियों के दौरान गिरने और चोट लगने से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सेफ्टी बेल्ट पूरे शरीर की सुरक्षा के लिये है उपयोगकर्ता को कमर, छाती और कंधों के चारों ओर लपेटकर पूरी सुरक्षा प्रदान करते हैं। गिरने के दौरान पूरे शरीर में समान रूप से बल को वितरित करके गिरने की तीव्रता को कम करते हैं और शरीर को संतुलित तरीके से रोकते हैं।

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