दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 57 जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा की जा चुकी है, लेकिन इंदौर, नरसिंहपुर, निवाड़ी और छिंदवाड़ा जैसे प्रमुख जिलों में अब भी जिलाध्यक्षों के चयन का मामला अटका हुआ है। इस मुद्दे को लेकर पार्टी में सीनियर नेताओं के बीच रस्साकशी चल रही है, जिसके कारण इन जिलों के जिलाध्यक्षों के नामों का ऐलान नहीं हो सका है।
इंदौर में फंसा मामला
इंदौर, मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा जिला, जहां बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं कैलाश विजयवर्गीय और ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट अपने-अपने समर्थकों के लिए जोर लगा रहे हैं। इसके अलावा, बीजेपी के सीनियर विधायक रमेश मेंदोला और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के समर्थक भी जिलाध्यक्ष पद पर अपने प्रत्याशी को चुनने के लिए दबाव बना रहे हैं। इंदौर में शहरी और ग्रामीण दोनों जिलाध्यक्ष होते हैं, और बीजेपी यहां बैलेंस बनाने की कोशिश कर रही है।
नरसिंहपुर में मंत्री उलझे
महाकौशल क्षेत्र के बड़े जिले नरसिंहपुर में भी बीजेपी के जिलाध्यक्ष का मामला उलझा हुआ है। मोहन सरकार के सीनियर मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और रावउदय प्रताप सिंह दोनों अपने-अपने समर्थकों के लिए जोर लगा रहे हैं। प्रहलाद सिंह पटेल के भाई जालम सिंह पटेल और मंत्री उदय प्रताप सिंह के समर्थक राजीव सिंह पटेल का नाम भी चर्चा में है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि बीजेपी यहां किसी नए चेहरे को मौका दे सकती है।
छिंदवाड़ा और निवाड़ी में भी उलझन
निवाड़ी जिले में पूर्व मंत्री स्वर्गीय सुनील नायक के भाई गणेशी लाल नायक का नाम फाइनल माना जा रहा था, लेकिन पूर्व विधायक शिशुपाल यादव के नाम पर भी चर्चा हो रही है। वहीं, छिंदवाड़ा में बीजेपी सांसद विवेक बंटी साहू पहले जिलाध्यक्ष रहे थे, लेकिन अब यहां कार्यवाहक जिलाध्यक्ष शेष राव यादव और टीकाराम चंद्रवंशी के बीच पेंच फंसा हुआ है।
जल्द हो सकता है ऐलान
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के चयन का भी मामला मध्यप्रदेश में लंबित है, जिससे संगठन में जल्द ही चुनावी प्रक्रिया शुरू हो सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, बीजेपी अगले एक-दो दिन में इन जिलों के जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा कर सकती है।