दैनिक सांध्य बन्धु नई दिल्ली। महाकुंभ 2025 में विवादों से घिरी अभिनेत्री और साध्वी ममता कुलकर्णी ने दो दिन बाद अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। वे फिर से किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गई हैं। ममता कुलकर्णी ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से महामंडलेश्वर पद छोड़ने की घोषणा की थी, लेकिन उनकी गुरु ने इसे स्वीकार नहीं किया।
"मैं 25 साल से साध्वी हूं और आगे भी रहूंगी" - ममता कुलकर्णी
ममता कुलकर्णी ने कहा, "किन्नर अखाड़े में कुछ आपसी विवाद जरूर हैं, लेकिन मैं 25 साल से साध्वी हूं और आगे भी साध्वी रहूंगी। मैं अपने आध्यात्मिक पथ पर आगे बढ़ती रहूंगी।"
10 फरवरी को दिया था इस्तीफा
इससे पहले 10 फरवरी को ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा था कि, "मैं महामंडलेश्वर यमाई ममता नंद गिरी, इस पद से इस्तीफा दे रही हूं। जो विवाद महामंडलेश्वर की उपाधि को लेकर हो रहे हैं, मैं उसमें नहीं पड़ना चाहती। मैं एक साध्वी थी और हमेशा साध्वी ही रहूंगी।"
किन्नर अखाड़े से निष्कासित भी हुई थीं ममता कुलकर्णी
इससे कुछ दिन पहले किन्नर अखाड़े ने ममता कुलकर्णी और महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को अखाड़े से निष्कासित कर दिया था। कई साधु-संत ममता को महामंडलेश्वर बनाए जाने का विरोध कर रहे थे। वैष्णव किन्नर अखाड़े ने तो इस पर बगावत तक का ऐलान कर दिया था और पूरी प्रक्रिया को फर्जी और अवैध करार दिया था।