दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। जबलपुर सेंट्रल जेल प्रशासन कैदियों के पुनर्वास के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बना रहा है। जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर के अनुसार, इस पहल के तहत करीब 1600 कैदी विभिन्न व्यावसायिक कौशल सीख रहे हैं।
कैदियों को मिल रहा व्यवसायिक प्रशिक्षण
कैदियों को सिगड़ी, गमला स्टैंड, गमछा, चादर, दरी, स्टेशनरी और LED बल्ब बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन उत्पादों की मध्य प्रदेश की अन्य जेलों में आपूर्ति की जा रही है और इन्हें आम जनता के लिए भी बाजार में उपलब्ध कराया गया है।
कैदियों के उत्पादों की बढ़ती मांग
सर्दियों में लोहे की सिगड़ी की मांग काफी बढ़ गई, वहीं जेल में बनी स्टेशनरी सामग्री भी लोकप्रिय हो रही है। इससे कैदियों को न केवल रोजगार के अवसर मिल रहे हैं, बल्कि उनकी आत्मनिर्भरता भी बढ़ रही है।
समाज की मुख्यधारा में वापसी का प्रयास
जेल प्रशासन का मुख्य उद्देश्य कैदियों को सजा पूरी करने के बाद सम्मानजनक जीवन जीने के लिए तैयार करना है। इस तरह की पहल से कैदियों का आत्मविश्वास बढ़ रहा है और वे भविष्य में अपराध से दूर रहकर अपनी आजीविका चला सकते हैं।
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