दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। दिगंबर अखाड़ा जबलपुर के जगतगुरु स्वामी राघव देवाचार्य को सोशल मीडिया के माध्यम से जान से मारने और सिर तन से जुदा करने की धमकी दी गई है। इस मामले में स्वामी जी ने मदनमहल थाने में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन कई घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है।
स्वामी जी ने बताया कि उन्होंने नामजद शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने इसे अज्ञात के रूप में दर्ज कर लिया। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बूढ़ी माता पर टिप्पणी से शुरू हुआ विवाद
यह विवाद 8 अप्रैल को तब शुरू हुआ जब अब्दुल मजीद नामक व्यक्ति ने बूढ़ी माता पर सोशल मीडिया में आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसके बाद 9 अप्रैल को साधु-संतों के नेतृत्व में हनुमान ताल थाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया। स्वामी राघव देवाचार्य ने इस मामले में कड़ा विरोध जताया था, जिसके चलते 11 अप्रैल को आरोपी अब्दुल मजीद की गिरफ्तारी हुई और उसके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की गई।
13 अप्रैल को मिली धमकी
स्वामी जी के अनुसार, 13 अप्रैल को उन्हें सोशल मीडिया पर जान से मारने और सिर तन से जुदा करने की धमकी दी गई। उनका कहना है कि जबसे उन्होंने हिंदू धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध आवाज उठाई है, तभी से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
हिंदू संगठनों ने दी आंदोलन की चेतावनी
इस घटना के विरोध में हिंदू सेवा परिषद, विश्व हिंदू परिषद सहित कई संगठनों ने 24 घंटे में गिरफ्तारी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। परिषद अध्यक्ष अतुल जैसवानी ने कहा, "यह सिर्फ स्वामी जी नहीं, बल्कि पूरे सनातन धर्म पर हमला है। प्रशासन चुप बैठा रहा तो सड़क पर उतरेंगे।"
पहले भी हो चुके हमले
स्वामी राघव देवाचार्य पर पूर्व में भी हमले हो चुके हैं। मार्च 2018 में उनके घर के बाहर बम फेंका गया, और 2020 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन पर उनके काफिले पर पत्थरबाजी की गई थी।
सीएम को भेजा था सुरक्षा पत्र
स्वामी जी ने जनवरी 2024 में मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा की मांग की थी। पत्र में उन्होंने बताया था कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं लेकिन अब तक कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।
पुलिस कर रही जांच
मदनमहल थाने के सीएसपी रितेश शिव ने बताया कि अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और साइबर सेल की टीम जांच में जुटी हुई है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया गया है।
"धर्म और संतों की रक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। सनातन के खिलाफ साजिश रचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।" — स्वामी राघव देवाचार्य