दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। खराब मौसम और बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद गेहूं खरीदी केंद्रों में बारिश से सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए। रविवार शाम को तेज आंधी और बारिश के चलते पाटन, सिहोरा, कटंगी और बरेला क्षेत्र में जमकर बारिश हुई।
पुरवा गांव के शिवांशी वेयरहाउस में बाहर रखा सैकड़ों क्विंटल गेहूं अचानक हुई बारिश की भेंट चढ़ गया। किसानों ने तिरपाल डालकर अनाज बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जिला प्रशासन ने गेहूं खरीदी का काम शिव शक्ति समूह को सौंपा था। किसानों ने समय रहते समूह के सदस्यों को कई बार आगाह किया था कि बारिश कभी भी हो सकती है, लेकिन फिर भी कोई तैयारी नहीं की गई। किसान ने वीडियो बनाकर जिला प्रशासन को स्थिति से अवगत कराया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
किसानों का आरोप है कि जब बाहर तेज बारिश हो रही थी, उस समय अंदर सहायता समूह की महिलाएं मोबाइल पर लूडो खेल रही थीं। किसानों ने कई बार अनुरोध किया था कि मजदूर बुलवाकर गेहूं को सुरक्षित किया जाए, लेकिन किसी ने उनकी सुध नहीं ली।
किसानों ने कलेक्टर से खराब हुए गेहूं का परीक्षण कर मुआवजा दिलाने और लापरवाह स्व सहायता समूह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। किसानों का कहना है कि उनकी गाढ़ी कमाई बर्बाद हो गई है और प्रशासन को इसका जिम्मेदारों से हिसाब लेना चाहिए।