दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। चरगंवा गांव के एक किसान की पीड़ा इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। शहपुरा तहसील के किसान डालचंद परस्ते ने राष्ट्रपति से मदद की गुहार लगाते हुए कहा है कि यदि उसे न्याय नहीं मिला, तो वह आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएगा।
डालचंद ने सोशल मीडिया पर 44 सेकंड का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उसने आरोप लगाया कि जबलपुर शहर के निवासी रामदास रजक और अंकित रजक उसकी लाखों रुपए की कृषि भूमि पर जबरन कब्जा कर रहे हैं। डालचंद का कहना है कि उसने छह साल पहले यह जमीन दोनों को सिकमी (लीज) पर दी थी, लेकिन अब वह खुद उस पर खेती करना चाहता है, पर दोनों कब्जा छोड़ने को तैयार नहीं हैं और उसे जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं।
पुलिस नहीं कर रही मदद, उल्टा मिल रही धमकियां
किसान ने बताया कि वह कई बार शहपुरा तहसील और चरगंवा थाना गया, लेकिन कहीं से कोई सहायता नहीं मिली। उल्टा अब उसे धमकाया जा रहा है, जिससे वह मानसिक रूप से टूट चुका है। डालचंद ने कहा कि अब उसके पास आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, पुलिस हरकत में आई
किसान की भावनात्मक अपील वायरल होते ही पुलिस प्रशासन ने त्वरित संज्ञान लिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि चरगंवा थाना प्रभारी को जांच के निर्देश दिए गए हैं। डालचंद को बयान दर्ज कराने के लिए थाने बुलाया गया है।
सरकारी कर्मचारी हैं आरोपी, होगी विभागीय जांच
एएसपी शर्मा ने कहा कि आरोपी रामदास और अंकित रजक सरकारी कर्मचारी हैं, और यदि आरोप सही पाए गए तो उनके खिलाफ कानूनी व विभागीय कार्रवाई की जाएगी।