दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। मध्यप्रदेश में इस बार मानसून समय से पहले दस्तक देने जा रहा है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि प्रदेश में मानसून 4 से 7 जून के बीच पहुंच सकता है, जो सामान्य समय से 8 से 10 दिन पहले होगा। इस बार प्रदेश में औसतन 106% यानी 39 से 40 इंच तक बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के डीजीएम डॉ. एम. महापात्रा और एमओएस सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन ने मंगलवार को नई दिल्ली से यह पूर्वानुमान जारी किया।
मानसून की शुरुआत प्रदेश के दक्षिणी जिलों से होगी, जिसमें मंडला, सिवनी, डिंडौरी, बालाघाट, अनूपपुर, बुरहानपुर, पांढुर्णा, बैतूल और बड़वानी शामिल हैं। वहीं, ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में मानसून सबसे अंत में पहुंचेगा। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, मानसून की रफ्तार अभी तक संतोषजनक बनी हुई है।
बारिश के सामान्य से बेहतर रहने की उम्मीद है। जबलपुर और शहडोल संभाग में सर्वाधिक वर्षा होने की संभावना जताई गई है, जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में भी अच्छी बारिश की संभावना है। उत्तरप्रदेश से लगे कुछ जिलों में सामान्य बारिश के आसार हैं।
पिछले आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019 में प्रदेश में सबसे ज्यादा 53 इंच बारिश दर्ज की गई थी, जबकि 2017 में सबसे कम 29.9 इंच। बीते छह वर्षों से प्रदेश में अच्छी बारिश हो रही है, और यदि इस बार का पूर्वानुमान सटीक बैठता है तो यह लगातार सातवां साल होगा जब प्रदेश में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी।
खेतों के लिए यह बारिश वरदान साबित हो सकती है। सोयाबीन, गेहूं और चने जैसी फसलों के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा, जिससे उत्पादन में भी बढ़ोतरी की उम्मीद है। मई के अंत में मौसम विभाग एक और अपडेट जारी करेगा, जिसमें बारिश को लेकर और स्पष्ट जानकारी सामने आएगी।