दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी, डिजाइन और विनिर्माण संस्थान (IIITDM) की एक सेकेंड ईयर की छात्रा ने अपने बॉयफ्रेंड के कहने पर कॉलेज की सीनियर छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाए और उन्हें दिल्ली निवासी युवक को भेज दिए। पुलिस अब दिल्ली में छिपे आरोपी की तलाश कर रही है। छात्रा का दावा है कि उसने यह सब अपने प्रेमी आदित्य शर्मा के दबाव में किया।
चार महीने में तीन बार दिल्ली जाकर की मुलाकातें
दिसंबर 2024 में ऑनलाइन स्टडी ग्रुप से हुई दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदली। छात्रा तीन बार आदित्य से मिलने दिल्ली गई और हर बार उसने उसे मॉल या होटल में बुलाया। छात्रा का कहना है कि आदित्य उसे महंगे गिफ्ट भी देता था और उसने रिलेशनशिप जारी रखने के लिए सीनियर छात्राओं के न्यूड वीडियो की मांग की थी।
आईटी एक्सपर्ट छात्रा ने मिटाए सारे सबूत
पुलिस जांच में सामने आया है कि छात्रा तकनीकी रूप से काफी दक्ष है। उसने आईफोन से वीडियो बनाकर भेजने के बाद क्लाउड और मोबाइल से सभी फुटेज डिलीट कर दिए, ताकि कोई बेकअप न रहे। पुलिस ने छात्रा के पास से एक आईफोन, वनप्लस मोबाइल और एक लैपटॉप जब्त किया है। साइबर टीम अब रिकवरी में जुटी है।
जांच अधिकारी सीएसपी सतीष साहू का कहना है कि आदित्य के गिरफ्त में आने के बाद ही साफ होगा कि छात्रा की बात कितनी सच्ची है। पुलिस को शक है कि आदित्य इन वीडियो का इस्तेमाल अश्लील सामग्री बेचने में कर रहा था। छात्रा के साथी और रूममेट्स ने बताया कि वह अक्सर रात में मोबाइल पर व्यस्त रहती थी और हर सप्ताहांत हॉस्टल से निकल जाया करती थी।
छात्रा के पिता ने जताया अफसोस
छात्रा महाराष्ट्र की रहने वाली है और उसके पिता रेलवे में पदस्थ हैं। जबलपुर पहुंचने पर उन्होंने कहा, "अगर बेटी को आदित्य के साथ रहना था, तो वह शादी कर सकती थी, लेकिन जो किया है वह शर्मनाक है।"
हॉस्टल वार्डन ने चार माह पहले ही दिया था इस्तीफा
सरस्वती महिला छात्रावास की वार्डन डॉ. मनु श्रीवास्तव ने चार महीने पहले इस्तीफा दे दिया था, जिसे प्रबंधन ने स्वीकृत नहीं किया था। वार्डन ने मामले में कुछ भी कहने से इनकार किया है। चीफ वार्डन डॉ. सुजाए मुखर्जी ने भी कहा कि उन्हें इस्तीफे की कोई जानकारी नहीं है।
जांच जारी, और भी खुलासों की उम्मीद
पुलिस को शक है कि छात्रा ने और भी वीडियो बनाए होंगे जो उसने आदित्य को भेजे हों। साइबर टीम डिजिटल साक्ष्यों की जांच कर रही है और आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश संभव है।