News update : वकील दंपत्ति ने क्लाइंट को उतारा मौत के घाट, ट्रंक में मिली लाश के पीछे 30 लाख का लेनदेन



 दैनिक सांध्य बन्धु रायपुर। राजधानी में ट्रंक में मिली एक अज्ञात लाश की गुत्थी को सुलझाते हुए रायपुर पुलिस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। इस हत्या के पीछे कोई पेशेवर अपराधी नहीं, बल्कि पेशे से वकील एक दंपत्ति और उनके दो साथियों की साजिश थी। हत्या का कारण बना 30 लाख रुपये का निजी लेनदेन, जिसे मृतक लगातार वापस मांग रहा था।

क्लाइंट से लिए पैसे डकारे, और फिर रच दी साजिश

पुलिस के अनुसार, वकील अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा ने अपने क्लाइंट किशोर पैकरा की निर्मम हत्या की। किशोर ने अपने वकील पर भरोसा कर उसे बड़ी रकम दी थी, लेकिन आरोपी दंपति ने वह राशि निजी हित में खर्च कर दी। जब किशोर पैकरा ने बार-बार पैसे की मांग की, तो दोनों ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची।

किराए के मकान में किया गया कत्ल, शव ट्रॉली बैग में बंद कर ठिकाने लगाया

घटना डीडी नगर थाना क्षेत्र के इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी की है। दिनांक 21 जून को दंपत्ति ने किशोर को अपने किराए के मकान में बुलाया, जहां उसकी पहले गला दबाकर और फिर चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। शव को ट्रॉली बैग में बंद किया गया, सीमेंट छिड़क कर बदबू दबाने की कोशिश की गई और फिर एक टिन पेटी में भरकर सुनसान स्थान पर फेंक दिया गया।

टिन पेटी से आई दुर्गंध ने खोला राज, पुलिस ने किया मास्टरमाइंड को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार

हत्याकांड का खुलासा तब हुआ जब वंडरलैंड वाटर पार्क के पीछे डिपरापारा नाला के पास एक लावारिस पेटी से बदबू आने की सूचना मिली। पुलिस और एंटी क्राइम व साइबर यूनिट ने मौके पर पहुंचकर जब पेटी खोली तो अंदर एक लाल ट्रॉली बैग में युवक का शव मिला। बाद में शव की शिनाख्त किशोर पैकरा के रूप में हुई।

सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग, फर्जी आधार कार्ड से खरीदी गई कार

पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह और रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा के निर्देश पर घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। फुटेज में दिखा कि एक कार से तीन पुरुष और एक महिला एक भारी पेटी के साथ निकले। कार नंबर के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची। जांच में पता चला कि आरोपी दिल्ली भागने की तैयारी में थे, और उन्होंने इस वारदात के लिए फर्जी आधार कार्ड से वाहन खरीदा, किराए का कमरा लिया, और शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी।

हत्यारे को दिल्ली एयरपोर्ट से दबोचा, दो सहयोगी भी चढ़े पुलिस के हत्थे

पुलिस ने अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा को दिल्ली एयरपोर्ट पर फ्लाइट से उतरते ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया। साथ ही शव ठिकाने लगाने में मदद करने वाले दो अन्य आरोपियों — विनय यदु और सूर्यकांत यदु को भी रायपुर से गिरफ्तार किया गया है।

भरोसे के पेशे में विश्वासघात, समाज में फैली सनसनी

इस पूरे प्रकरण ने वकालत जैसे भरोसे के पेशे पर गहरा प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। एक ऐसा पेशा, जो न्याय और विश्वास का प्रतीक माना जाता है, वही जब विश्वासघात में बदल जाए, तो समाज में उसका असर कहीं गहरा होता है।

पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं आरोपी दंपत्ति की ऐसी और भी आर्थिक धोखाधड़ी या आपराधिक गतिविधियों से जुड़ी भूमिका तो नहीं रही है।


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