दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल/इंदौर/जबलपुर/रीवा। फर्जी बिलिंग, टैक्स चोरी और शेल कंपनियों के माध्यम से करोड़ों रुपये के हेरफेर की आशंका को लेकर आयकर विभाग ने मंगलवार सुबह मध्यप्रदेश के कई शहरों में एक साथ बड़ी कार्रवाई की। इंदौर, जबलपुर, रीवा, देवास सहित कई स्थानों पर चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (CAs), प्रतिष्ठित ज्वेलर्स और कारोबारी संस्थानों के दफ्तरों व ठिकानों पर रेड डाली गई।
सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई बोगस बिलिंग और संदिग्ध वित्तीय लेन-देन की गोपनीय जांच के आधार पर की गई है। विभाग को पहले से इनपुट मिले थे कि कुछ CAs और व्यापारिक संस्थाएं शेल कंपनियों के माध्यम से नकली खरीद-बिक्री दिखाकर टैक्स चोरी में लिप्त हैं।
कार्रवाई के दौरान इनकम टैक्स अधिकारियों ने बड़ी मात्रा में संदिग्ध दस्तावेज, प्रॉपर्टी से जुड़े कागजात और डिजिटल डेटा जब्त किया है। दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही है और कुछ ठिकानों पर पूछताछ का सिलसिला भी जारी है।
जांच के प्रमुख बिंदु
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फर्जी बिलिंग के जरिए टैक्स चोरी की विस्तृत पड़ताल
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शेल कंपनियों से लेन-देन और पैसों की हेराफेरी
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CA और ज्वेलर्स की संभावित संलिप्तता
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एक साथ कई जिलों में समन्वित छापेमारी
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डिजिटल दस्तावेज और बहीखातों की गहन जांच
इस कार्रवाई से प्रदेश के कारोबारी जगत में खलबली मच गई है। छापेमारी की खबर फैलते ही कई बड़े व्यापारिक संगठनों में बेचैनी देखी गई, हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी इनकम टैक्स विभाग ने कोई सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया है।
सूत्रों का कहना है कि इस अभियान का दायरा और भी बड़ा हो सकता है और आगामी दिनों में कुछ बड़े खुलासे संभव हैं। विभाग के अनुसार यह पूरी कार्रवाई आयकर अनुपालन में सख्ती लाने और फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ संदेश देने के उद्देश्य से की गई है।