मगरमच्छ का कहर: सावन के पहले दिन जल भरने गई महिला की दर्दनाक मौत, गांव में दहशत का माहौल



दमोह। सावन के पहले दिन कनियाघाट पटी गांव में सुबह-सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सदमे और डर से भर दिया। व्यारमा नदी में जल भरने गई 40 वर्षीय महिला मालतीबाई मेघराज सिंह पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया और उसे पानी में खींच ले गया। घटना के प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों के मुताबिक, यह सब कुछ चंद सेकंड में हुआ और कोई कुछ कर नहीं सका।

पानी भरते समय झपटा मगरमच्छ

मालतीबाई अन्य महिलाओं के साथ रोज़ की तरह सुबह व्यारमा नदी पर जल भरने गई थीं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही वह पानी भरने के लिए झुकीं, तभी एक विशाल मगरमच्छ पानी से निकलकर उनके पैरों पर झपट पड़ा और उन्हें अपने जबड़ों में दबोच लिया। महिलाओं की चीख-पुकार से गांव में हड़कंप मच गया, लेकिन कोई भी इस खतरनाक परिस्थिति में उन्हें बचा नहीं सका।

एक घंटे की खोज के बाद झाड़ियों में मिला शव

मगरमच्छ मालतीबाई को नदी के बीचोंबीच खींच ले गया। घटना के बाद ग्रामीणों ने तत्काल प्रशासन और वन विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंचे वन विभाग, एसडीआरएफ और पुलिस टीमों ने नदी में तलाशी अभियान चलाया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद मालतीबाई का शव नदी के दूसरी ओर झाड़ियों में फंसा हुआ मिला।

घटना का वीडियो बना ग्रामीण, वायरल

घटना के दौरान मौजूद एक ग्रामीण ने यह भयावह दृश्य मोबाइल में कैद कर लिया। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे लोगों में और अधिक दहशत फैल गई है।

चेतावनी के बावजूद हादसा

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि व्यारमा नदी में मगरमच्छों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पहले ही चेतावनी बोर्ड लगाए गए थे। मुनादी के माध्यम से भी ग्रामीणों को आगाह किया गया था, लेकिन चेतावनियों के बावजूद यह हादसा हो गया।

प्रशासन सतर्क, सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश

घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर सुधीर कोचर, एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी और डीएफओ ईश्वर जरांडे मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण कर ग्रामीणों से चर्चा की। प्रशासन ने नदी किनारे सुरक्षा इंतजाम और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, संवेदनशील घाटों की पहचान कर वहां स्थायी चेतावनी बोर्ड और गश्त की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।

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