दैनिक सांध्य बन्धु छिंदवाड़ा | कुंडीपुरा थाना क्षेत्र में 28 जून को हुई एक दिल दहला देने वाली हत्या की गुत्थी शुक्रवार को पुलिस ने सुलझा ली है। इस निर्मम हत्या के पीछे निकला कोई पेशेवर अपराधी नहीं, बल्कि एक शराब के नशे में चूर दामाद 30 वर्षीय मंगल सिंह इरपाची, निवासी धनोरा गोसाई।
पुलिस जांच में सामने आया कि वारदात वाले दिन मंगल सिंह अपनी ससुराल इसरा उमरिया जा रहा था। रास्ते में आमटा टोला निवासी मनीराम जमोरे (55) ने उससे लिफ्ट मांगी। दोनों ने साथ में कच्ची शराब पी और फिर किसी बात पर कहासुनी हो गई। गुस्से में आकर मंगल सिंह ने सड़क किनारे पड़ी मोटी लकड़ी से मनीराम के सिर और चेहरे पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद ससुर को फंसाने की साजिश
हत्या को अंजाम देने के बाद मंगल ने शव को अपने ससुर सूपचंद इवनाती के घर के पास फेंक दिया, ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके और शक की सुई ससुराल की तरफ घूमे। लेकिन पुलिस और साइबर सेल की सधी हुई कार्यप्रणाली ने आरोपी की यह चाल उलट दी।मोबाइल नहीं, फिर भी पुलिस ने ढूंढ निकाला कातिल
इस केस में पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी मृतक के पास मोबाइल फोन न होना, जिससे जांच की तकनीकी दिशा सीमित हो गई। बावजूद इसके, पुलिस ने हार नहीं मानी। करीब 30 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले, स्थानीय साक्ष्य जुटाए और डिजिटल माध्यमों के जरिए सुराग बुनते हुए अंततः आरोपी तक पहुंच बना ली।क्या बोले पुलिस अधिकारी?
थाना प्रभारी के अनुसार, "आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ हत्या और सबूत मिटाने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि घटना के वक्त आरोपी का मानसिक संतुलन कैसा था और शराब की मात्रा कितनी थी।"
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