रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा एयरपोर्ट की निर्माण गुणवत्ता एक बार फिर सवालों के घेरे में है। बीती रात तेज बारिश के चलते एयरपोर्ट की बाउंड्रीवॉल का एक हिस्सा भरभराकर गिर गया, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। एयरपोर्ट परिसर में भी पानी भर गया है, जिससे हवाई संचालन प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।
गौरतलब है कि रीवा एयरपोर्ट का उद्घाटन महज 10 महीने पहले, 20 अक्टूबर 2024 को किया गया था। तब से लेकर अब तक यह दूसरी बार है जब बारिश में एयरपोर्ट परिसर पानी से लबालब भर गया। इस बार दीवार गिरने की घटना ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर फिर बहस छेड़ दी है।
हालांकि इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, लेकिन कांग्रेस ने इसको लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि "पहली ही तेज बारिश में सुरक्षा दीवार का ढह जाना भ्रष्टाचार का प्रमाण है। यह न सिर्फ जनता के पैसे की बर्बादी है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ भी।"
विशेष बात यह है कि रीवा डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला का गृह जिला भी है। ऐसे में कांग्रेस ने निशाना साधते हुए पूछा है कि जब मुख्यमंत्री स्तर के नेता के क्षेत्र में ही ऐसा घटिया निर्माण हुआ है, तो बाकी प्रदेश की हालत का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, दीवार के मलबे को हटाने का काम जारी है, जबकि हवाई पट्टी और टर्मिनल के भीतर भरे पानी को निकालने के लिए संबंधित विभागों की टीमें जुटी हैं। वहीं, एयरपोर्ट निर्माण के दौरान गुणवत्ता को लेकर पहले भी कई बार आरोप लग चुके हैं, जिन्हें प्रशासन ने सिरे से नकार दिया था।
इस घटना ने एक बार फिर सार्वजनिक निर्माण कार्यों में निगरानी और पारदर्शिता की ज़रूरत को रेखांकित कर दिया है। विपक्ष लगातार यह मांग कर रहा है कि रीवा एयरपोर्ट निर्माण की उच्च स्तरीय तकनीकी जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।