दैनिक सांध्य बन्धु ( एजेंसी )। दिल्ली के द्वारका जिले में एक ऐसी वारदात सामने आई है, जिसने रिश्तों के भरोसे को झकझोर कर रख दिया है। उत्तम नगर थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपने प्रेमी जो कि उसका देवर है के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी। यह हत्या जितनी निर्मम थी, उतनी ही चालाकी से उसे हादसे का रूप देने की कोशिश की गई, लेकिन एक मोबाइल चैट ने पूरे खूनी खेल की परतें खोल दीं।
हादसा नहीं, हत्या थी
जब 35 वर्षीय करण देव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसकी पत्नी सुष्मिता देव ने परिवार को सूचना दी कि करण को करंट लग गया है और वह बेहोश हो गया है। आनन-फानन में परिवार करण को मग्गो अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को सूचना दी गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
लेकिन इसके बाद जो खुलासे हुए, उन्होंने पूरे परिवार को सन्न कर दिया।
पोस्टमार्टम से बचने की कोशिश और पहली आशंका
जब पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया के तहत शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही, तो सुष्मिता और उसका चचेरा देवर राहुल देव साथ ही राहुल के पिता तीनों इस पर टालमटोल करने लगे। उनके विरोध से करण के छोटे भाई कुनाल को शक हुआ।
शक तब यकीन में बदला जब राहुल ने कुनाल को किसी काम के लिए अपना मोबाइल दिया और उसी दौरान कुनाल की नजर उस मोबाइल चैट पर पड़ गई, जिसमें सुष्मिता और राहुल के बीच हुई बातचीत में हत्या की साजिश और वारदात की रात का पूरा ब्योरा दर्ज था।
मोबाइल चैट से खुली खौफनाक साजिश
चैट पढ़ते ही कुनाल के होश उड़ गए। उसने तत्काल परिवार को बताया और फिर पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने बिना समय गंवाए सुष्मिता और राहुल को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात कबूल ली।
अवैध संबंध और संपत्ति बना कारण
पुलिस जांच में सामने आया कि सुष्मिता और राहुल के बीच पिछले दो सालों से अवैध संबंध थे। दोनों ने मिलकर करण को रास्ते से हटाने की साजिश इसलिए रची ताकि वे बेरोकटोक साथ रह सकें और करण की संपत्ति पर भी कब्जा कर सकें।
पुलिस की आगे की कार्रवाई जारी
उत्तम नगर थाना पुलिस दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि क्या इस साजिश में और कोई भी शामिल था या सुष्मिता और राहुल ने अकेले ही इस योजना को अंजाम दिया।