चेन्नई में ली अंतिम सांस, रविवार को होगा अंतिम संस्कार
दैनिक सांध्य बन्धु ( एजेन्सी ) चेन्नई। तमिल सिनेमा के बहुआयामी कलाकार निर्माता, निर्देशक और छायाकार वेलु प्रभाकरन का शुक्रवार तड़के चेन्नई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह लंबे समय से गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे और पिछले कुछ दिनों से ICU में भर्ती थे। उनके परिजनों ने उनके निधन की पुष्टि की है।
फिल्म इंडस्ट्री में अपनी बेबाक सोच और अनूठी शैली के लिए पहचाने जाने वाले वेलु प्रभाकरन 1990 और 2000 के दशक में एक्शन फिल्मों के लिए खासे चर्चित रहे। उनके निधन की खबर से दक्षिण भारतीय फिल्म जगत में शोक की लहर है।
रविवार को होगा अंतिम संस्कार
परिजनों के मुताबिक, वेलु प्रभाकरन का पार्थिव शरीर शनिवार शाम (19 जुलाई) को चेन्नई के वलसरवक्कम स्थित निवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। रविवार दोपहर तक श्रद्धांजलि देने का सिलसिला चलेगा। अंतिम संस्कार उसी दिन शाम को पोरुर श्मशान घाट में परिजनों और करीबी दोस्तों की उपस्थिति में किया जाएगा।
जीवन के अंतिम पड़ाव में रचाई दूसरी शादी
वेलु प्रभाकरन का व्यक्तिगत जीवन भी कई बार चर्चा में रहा। उन्होंने पहले फिल्म अभिनेत्री और निर्देशक जयदेवी से विवाह किया था। लेकिन वर्षों बाद यह रिश्ता टूट गया। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2017 में अभिनेत्री शर्ली दास से शादी की, जो उम्र में उनसे 25 वर्ष छोटी थीं। शर्ली दास उनकी वर्ष 2009 में आई फिल्म ‘कधल कढ़ाई’ में मुख्य भूमिका निभा चुकी थीं। यह विवाह भी उस दौर में मीडिया की सुर्खियों में रहा।
छायाकार से लेकर निर्देशक तक का सफर
फिल्मी करियर की शुरुआत एक छायाकार के रूप में करने वाले वेलु प्रभाकरन ने 1989 में ‘नालया मणिथन’ से निर्देशक के रूप में कदम रखा। यह फिल्म तमिल सिनेमा की साइंस फिक्शन शैली में एक नया प्रयोग थी। इसके एक वर्ष बाद ही उन्होंने इसका सीक्वल ‘अधिसाया मणिथन’ बनाया। अपने करियर के दौरान उन्होंने कई साहसिक और प्रयोगधर्मी फिल्में बनाईं, जो मुख्यधारा से हटकर थीं और अपनी बेबाक अभिव्यक्ति के लिए जानी गईं।