News update: युवती की आत्महत्या ने खोली सिस्टम की पोल: शिकायत के बाद भी नहीं हुई FIR, ब्लैकमेलिंग से टूटी थी मानसिक तौर पर



दैनिक सांध्य बन्धु ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले की पुरानी छावनी थाना क्षेत्र में एक युवती की आत्महत्या ने पुलिस तंत्र और समाज की संवेदनहीनता पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। दो साल से मानसिक और सामाजिक प्रताड़ना झेल रही युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पीड़िता ने मरने से पहले आरोपी के खिलाफ शिकायत भी की थी, लेकिन थाने में उसे FIR की जगह "राजीनामा" करने के लिए मजबूर कर दिया गया। यही 'समझौता' अब उसकी मौत की वजह बना।

पुलिस ने दर्ज नहीं की FIR, वायरल हो रहा "राजीनामा"

मृतका ने 2 जुलाई को मनीष कुशवाह नामक युवक पर छेड़छाड़, पीछा करने और ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाते हुए शिकायत दी थी। लेकिन पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज करने के बजाय, पीड़िता और आरोपी के बीच कागज़ी समझौता करवा दिया। इस समझौते में युवती से लिखवाया गया कि उसे अब किसी प्रकार की पुलिस सहायता नहीं चाहिए। यह दस्तावेज अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिससे पुलिस की भूमिका पर सवाल और भी गहरे हो गए हैं।

आत्महत्या की पहली कोशिश को भी नज़रअंदाज़ किया गया

परिजनों के मुताबिक, 2 जुलाई को ही समझौते के बाद युवती मानसिक रूप से बिखर गई थी और रेलवे ट्रैक पर जाकर जान देने की कोशिश की थी, लेकिन समय रहते उसकी मां ने पहुंचकर जान बचा ली। इसके बाद भी न पुलिस ने कार्रवाई की, न समाज ने उसके हालात को समझा। अंततः उसने अपने घर में फांसी लगाकर जीवन समाप्त कर लिया। रविवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

दो साल से प्रताड़ित कर रहा था आरोपी

परिजनों और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, आरोपी मनीष कुशवाह दो वर्षों से युवती को ब्लैकमेल कर रहा था। पहले दोस्ती की आड़ में बात करता रहा और फिर बातचीत बंद होने पर पीछा करना, हाथ पकड़ना, जबरन चलने का दबाव बनाना, यहां तक कि युवती के साथ के फोटो को एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल करना शुरू कर दिया। अपने दोस्तों को वह यह फोटो दिखाकर युवती को बदनाम भी करता रहा, जिससे उसका मानसिक संतुलन बिगड़ता गया।

परिवार की पीड़ा: "अगर पुलिस सुनती, तो बच जाती बेटी"

युवती के चाचा का कहना है कि, "हमने थाने में जाकर अपनी बेटी को बचाने की गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस ने कहा कि राजीनामा कर लो। अगर उसी दिन FIR दर्ज कर ली जाती, तो आज बेटी जिंदा होती।" यह बयान अब स्थानीय स्तर पर प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर जनाक्रोश भड़का रहा है।

आरोपी गिरफ्तार, मोबाइल की हो रही जांच

घटना के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने आरोपी मनीष कुशवाह को गिरफ्तार कर लिया है। उसके मोबाइल को जब्त कर जांच की जा रही है कि अश्लील व निजी तस्वीरें कहां-कहां और किस माध्यम से वायरल की गईं। पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

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