दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। खितौला स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में हुई सनसनीखेज डकैती के बाद फरार डकैतों की गिरफ्तारी और लूटे गए सोने की बरामदगी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।
यूपी-बिहार-झारखंड में छिपे होने की आशंका
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में गिरफ्तार डकैतों से मिली जानकारी और अब तक की जांच-पड़ताल के आधार पर यह आशंका गहराई है कि फरार आरोपी सोने और नकदी के साथ उत्तरप्रदेश, बिहार या फिर झारखंड में छिपे हो सकते हैं। यही कारण है कि जबलपुर एसटीएफ के साथ-साथ बिहार की एसटीएफ भी डकैतों की तलाश में जुटी है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि बैंक में दिनदहाड़े लूट की वारदात को अंजाम देने वाले सभी फरार बदमाशों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
14 किलो 875 ग्राम सोना और 5 लाख 8 हजार की नकदी लूटकर भागे थे बदमाश
गौरतलब है कि 11 अगस्त सोमवार की सुबह करीब 9:15 बजे नकाबपोश डकैतों ने खितौला स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में धावा बोल दिया था। हथियारों के दम पर उन्होंने कर्मचारियों को बंधक बनाया और बैंक के लॉकर को तोड़कर 14 किलो 875 ग्राम सोना तथा 5 लाख 8 हजार रुपए नगद लूट लिए। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए।
चार आरोपी गिरफ्तार, लाखों की नगदी और हथियार बरामद
पुलिस ने अब तक की कार्रवाई में रहीस लोधी, सोनू बर्मन, हेमराज और विकास चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से 1 लाख 83 हजार रुपए नगद, एक कट्टा, चार जिंदा कारतूस, दो मोटरसाइकिल और चार मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। लेकिन मुख्य आरोपी और उनके साथ लूटा गया सोना अब भी पुलिस की पहुंच से बाहर है।
घटना की साजिश किराए के मकान में रची गई थी
जांच में सामने आया कि वारदात को अंजाम देने से पहले डकैतों ने खितौला की बस्ती में एक मकान किराए पर लिया था। मकान मालिक को पाटन निवासी रहीस लोधी ने बताया था कि वह दोस्तों के साथ रह रहा है। गिरोह के सदस्य पिछले पांच दिन से मकान में रुककर बैंक की रेकी कर रहे थे। रेकी पूरी होने के बाद ही उन्होंने वारदात को अंजाम दिया।
पांच टीमें तलाश में सक्रिय
पुलिस सूत्रों के अनुसार फरार डकैतों को पकड़ने के लिए करीब पांच विशेष टीमों को लगाया गया है, जो अलग-अलग राज्यों में दबिश दे रही हैं। फिलहाल पुलिस के लिए करोड़ों का सोना बरामद करना और फरार आरोपियों को पकड़ना सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।