दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। खमरिया इलाके में एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। यहां एक युवक ने नाम और धर्म छिपाकर करीब एक साल तक कैफे में नौकरी की और इसी दौरान कैफे संचालक की दोनों बेटियों से दोस्ती कर पहले लाखों रुपए ठगे और बाद में छोटी बेटी को शादी के जाल में फंसा लिया। रविवार को जब वह लड़की को भगाने की योजना बनाकर अपने साथियों के साथ पहुंचा, तो परिजनों ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। पहले उसकी जमकर पिटाई की गई, फिर गले में माला पहनाकर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
राहुल सिंह बनकर पहुंचा कैफे, पर असल में निकला वाशिद मंसूरी
करीब एक साल पहले खमरिया स्थित कैफे में एक युवक नौकरी मांगने पहुंचा। उसने खुद को राहुल सिंह बताते हुए कहा कि वह भोपाल और इंदौर में भी काम कर चुका है और अब जबलपुर में काम की तलाश में है। मेहनती स्वभाव और सरल व्यवहार दिखाने पर कैफे संचालक ने उसे नौकरी पर रख लिया। लेकिन असलियत यह थी कि उसका नाम वाशिद मंसूरी है और उसने कैफे में काम पाने के लिए अपनी पहचान छिपाई थी।
बड़ी बेटी से दोस्ती कर लिए दो लाख रुपए
कैफे में काम करते हुए वाशिद ने सबसे पहले संचालक की बड़ी बेटी (20) से दोस्ती की। उसने झूठी कहानियां सुनाकर उसे विश्वास दिलाया कि उसके घर की आर्थिक स्थिति खराब है। धीरे-धीरे सहानुभूति लेकर उसने युवती से करीब दो लाख रुपए उधार ले लिए। बड़ी बेटी ने यह रकम पिता को बताए बिना दी थी। पैसे लेने के बाद वाशिद ने लौटाने से इनकार कर दिया और युवती को परेशान करने लगा।
छोटी बेटी को प्यार में फंसाया, शादी का झांसा दिया
जब बड़ी बेटी ने कैफे आना बंद कर दिया, तो वाशिद ने उसकी छोटी बहन (18) को अपने जाल में फंसा लिया। बातचीत और नजदीकियों के चलते मामला प्यार तक पहुंच गया और फिर शादी की बातें होने लगीं। युवती इतनी प्रभावित हो गई कि परिवार के खिलाफ जाकर भी वाशिद का साथ देने को तैयार थी।
निकला मुस्लिम युवक
बड़ी बेटी को जब वाशिद पर शक हुआ तो उसने उसकी फोटो आधारताल कटरा क्षेत्र में दिखाकर पड़ताल की। तभी यह बड़ा खुलासा हुआ कि जो युवक खुद को राहुल सिंह बता रहा है, वह असल में वाशिद मंसूरी है। इसके बाद उसने पूरी सच्चाई अपनी मां को बताई।
पिता को दी धमकी, CCTV पासवर्ड तक लिया
घटना से कुछ दिन पहले वाशिद ने लड़की के पिता को धमकी दी थी कि अगर उन्होंने शादी के लिए राजी नहीं किया तो वह बेटी को भगा ले जाएगा। यहां तक कि उसने घर और कैफे के CCTV कैमरों का पासवर्ड तक ले लिया था ताकि खुद निगरानी कर सके। वह लगातार युवती से बातचीत करता और उसे भागने के लिए उकसाता रहा।
रंगे हाथ पकड़ा गया
रविवार को वाशिद अपने दो दोस्तों के साथ लड़की को भगाने कैफे के पास पहुंचा। इस बीच 18 वर्षीय युवती अपने बैग में कपड़े और सोने के जेवर रखकर तैयार थी। जैसे ही वह उससे मिलने पहुंची, परिजनों ने पूरी योजना बनाकर तीनों को घेर लिया। एक साथी मौके से भाग निकला, लेकिन वाशिद और उसका दूसरा साथी मोहम्मद सलमान पकड़े गए। गुस्साए परिजनों और मोहल्लेवासियों ने दोनों की जमकर पिटाई की और गले में माला डालकर पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस जांच में जुटी
खमरिया थाना प्रभारी सरोजनी चौकसे ने बताया कि आरोपी ने नाम और धर्म छिपाकर कैफे में नौकरी की थी और संचालक की बेटियों से दोस्ती कर उन्हें अपने जाल में फंसा लिया। फिलहाल आरोपी वाशिद मंसूरी और उसका साथी पुलिस हिरासत में हैं। लड़की और परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
