दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। सिहोरा वन परिक्षेत्र के घुघरा जंगल में तेंदुआ और जंगली सूअर के शव जमीन में दफन मिलने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जमीन निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के मालिक महेंद्र गोयनका की बताई जा रही है। इस मामले में अब गोयनका ने भाजपा विधायक संजय पाठक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
महेंद्र गोयनका ने कहा यह पूरी कार्रवाई संजय पाठक के इशारे पर की जा रही है। मैं पिछले तीन साल से जबलपुर नहीं गया हूं, फिर भी मेरे खिलाफ झूठी कहानी बनाई जा रही है। यह सब एक सुनियोजित राजनीतिक षड्यंत्र है।”
गोयनका ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की CBI जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि सच सामने लाने के लिए उच्च स्तरीय जांच जरूरी है।
जंगल में मिले तेंदुए और जंगली सूअर के शव
करीब 250 एकड़ में फैले फार्म हाउस से अब तक 5 जंगली जानवरों के शव बरामद किए जा चुके हैं। जबलपुर DFO ऋषि मिश्र ने बताया कि सर्चिंग जारी है, संख्या और बढ़ सकती है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, तेंदुए की मौत करंट लगने से हुई है। शव से 17 नाखून और 4 दांत गायब पाए गए हैं।
मामले की जांच अब टाइगर स्ट्राइक फोर्स को सौंप दी गई है। टीम ने अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि वन विभाग के 2 कर्मचारियों को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया है।
“संजय पाठक इन्वेस्टर्स मीट की सफलता से घबराए” – गोयनका
गोयनका ने एक वीडियो जारी कर कहा “कटनी में आयोजित इन्वेस्टर्स मीट की सफलता से संजय पाठक घबरा गए हैं। वह नहीं चाहते कि जबलपुर या कटनी में उनके अलावा कोई और बड़ा निवेशक आगे आए। उन्होंने यह भी कहा कि संजय पाठक खनन कारोबार को लेकर उनसे लंबे समय से नाराज़ हैं और सत्ता व ताकत के बल पर दबाव और गुंडागर्दी कर रहे हैं।
जंगल में तेंदुए पहले कभी नहीं दिखे
गोयनका ने सवाल उठाया सिहोरा क्षेत्र में कभी तेंदुए देखे ही नहीं गए, तो फिर वहां उनका शिकार कैसे हो सकता है? संभव है कि कुछ कर्मचारी विधायक के दबाव में आकर शवों को वहां फेंक गए हों।”
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को इस मामले में पारदर्शी जांच करानी चाहिए, ताकि सच सामने आ सके और निर्दोषों को फंसाने की कोशिशें न हों।
