दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने शनिवार को जबलपुर में आयोजित अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर तीखा जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले भी तीन बार संघ पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश कर चुकी है, अब चाहे तो चौथी बार भी प्रयास कर ले। लेकिन पहले यह तो बताए कि संघ पर बैन लगाने की जरूरत क्यों है?
“संघ राष्ट्र निर्माण में जुटा है, हमें जनता ने स्वीकार किया”
होसबाले ने कहा कि जो संगठन राष्ट्र और समाज निर्माण में लगा है, उस पर प्रतिबंध लगाने की बात करने वाले नेताओं को इतिहास से सीख लेनी चाहिए।
उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व में लगाए गए प्रतिबंधों को न्यायालय ने गलत ठहराया था और जनता ने हर बार संघ को और अधिक स्वीकार किया। संघ देश की सुरक्षा, संस्कृति और विकास के लिए काम कर रहा है, ऐसे संगठन पर प्रतिबंध की बात करना उचित नहीं।
“जातिगत जनगणना राजनीति के लिए गलत”
सरकार्यवाह ने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि अगर यह प्रक्रिया राजनीति के लिए की जाती है, तो इससे समाज में विभाजन और वैमनस्य बढ़ेगा। कुछ जातियां पिछड़ी हैं, उनकी भलाई के लिए आंकड़ों का उपयोग हो सकता है, पर राजनीतिक लाभ के लिए नहीं।
धर्मांतरण और ‘घर वापसी’ पर भी बोले
संघ प्रमुख ने बताया कि इस बैठक में धर्मांतरण और धर्म जागरण के मुद्दे पर भी गहन चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि देशभर में बढ़ते धर्मांतरण को रोकना और घर वापसी कराना अब आवश्यक हो गया है। जनजातीय क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि समाज में धर्म जागृति फैलाई जा सके।
पंजाब में धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं पर उन्होंने कहा कि वहां यह सब साजिश के तहत किया जा रहा है, और संघ इसके खिलाफ सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
“संघ सबका है, भाजपा के कार्यकर्ता अधिक हैं”
होसबाले ने कहा कि संघ किसी एक पार्टी का संगठन नहीं, बल्कि सभी के लिए खुला मंच है। यह सच है कि संघ में भाजपा कार्यकर्ता अधिक हैं, लेकिन हम सभी राजनीतिक दलों से संवाद करते हैं। सरकार किसी की भी हो, संघ राष्ट्रहित में अपना विचार रखता रहेगा।
लिव-इन संबंध समाज के संस्कारों के विपरीत
होसबाले ने सामाजिक विषयों पर बोलते हुए कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप भारतीय संस्कृति के अनुरूप नहीं है।हर गलती कानून से नहीं रुकेगी, इसके लिए समाज को संस्कार देना जरूरी है। विकृति को रोकने का सबसे बड़ा उपाय संस्कार है।
जबलपुर में संघ की अहम बैठक
जबलपुर में जारी आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक में देशभर से वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में आगामी संगठनात्मक कार्यक्रमों, सामाजिक अभियानों, और राष्ट्रहित से जुड़े मुद्दों पर मंथन किया गया
