दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर में तेंदुओं की बढ़ती मौजूदगी एक बार फिर चिंता का कारण बन गई है। जीसीएफ फैक्ट्री के क्वार्टर्स क्षेत्र में तेंदुए का मूवमेंट देखा गया है। जिस स्थान पर तेंदुआ नजर आया, उसी इलाके में विद्यानगर स्कूल भी स्थित है। तेंदुए की मौजूदगी सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई है, जिसके बाद स्थानीय रहवासियों में भय का माहौल है।
तड़के के समय दिखा तेंदुआ, दो वीडियो आए सामने
जानकारी के अनुसार तेंदुए के सीसीटीवी फुटेज शुक्रवार तड़के सुबह 4:08 बजे और 5:23 बजे के हैं, जो शनिवार को सामने आए। इससे पहले भी जबलपुर के शहरी और ग्रामीण इलाकों में तेंदुओं की आवाजाही की खबरें मिलती रही हैं। कुछ मामलों में ग्रामीणों पर हमले की घटनाएं भी हो चुकी हैं।
रेस्क्यू टीम अलर्ट, मौके पर निगरानी जारी
तेंदुए की मूवमेंट को लेकर डीएफओ ऋषि मिश्र ने बताया कि क्षेत्रीय अमले को सतर्क कर दिया गया है और रेस्क्यू दल को मौके पर भेजा गया है।
उन्होंने कहा वीडियो तड़के 4:08 और 5:23 बजे के हैं। फिलहाल वहां तेंदुए का मूवमेंट नहीं है, लेकिन पिछले दो-तीन दिन से क्षेत्र में तेंदुआ देखा जा रहा है। हमारी टीम मौके पर मौजूद है और लगातार निगरानी की जा रही है। जैसे ही पुख्ता जानकारी मिलेगी, तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
शहरी इलाकों में तेंदुओं के आने की बड़ी वजह: स्ट्रीट डॉग्स
डीएफओ ऋषि मिश्र ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में तेंदुओं के मूवमेंट का सबसे बड़ा कारण आवारा कुत्ते (स्ट्रीट डॉग्स) हैं।
उन्होंने स्थानीय प्रशासन से अपील की है कि जिन इलाकों में तेंदुआ दिखाई दिया है, वहां से स्ट्रीट डॉग्स को तत्काल हटाया जाए।
उनका कहना है यह लगातार देखा गया है कि तेंदुए स्ट्रीट डॉग्स की वजह से शहरी इलाकों में पहुंच रहे हैं। लोगों को भी इस ओर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, गार्ड्स को किया गया अलर्ट
वन विभाग ने स्थानीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। साथ ही कर्मचारियों को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।
डीएफओ ने बताया कि जीसीएफ फैक्ट्री के गार्ड्स के पास पर्याप्त सुरक्षा संसाधन मौजूद हैं और उन्हें भी पूरी तरह अलर्ट कर दिया गया है।
जबलपुर और आसपास 30 से ज्यादा तेंदुए सक्रिय
वन विभाग के अनुसार जबलपुर शहर और आसपास के इलाकों में इस समय 30 से अधिक तेंदुए सक्रिय हैं।
पिछले डेढ़ महीने से लगातार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदुओं की मौजूदगी दर्ज की जा रही है।
शहरी इलाके जहां दिखे तेंदुए:
जीसीएफ
खमरिया
तिघरा
ट्रिपल आईटी
डुमना
नया गांव
ग्रामीण क्षेत्र:
सिहोरा
मझौली
कटंगी
पाटन
ग्रामीणों में डर के साथ आक्रोश
लगातार तेंदुए दिखने से ग्रामीणों में डर और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुओं की वजह से खेतों तक जाना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने वन विभाग से जल्द से जल्द तेंदुए को पकड़ने की मांग की है।
दो साल में दोगुनी हुई संख्या, प्रशासन के लिए चुनौती
राज्य वन अनुसंधान केंद्र की लेपर्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2023 में जबलपुर के शहरी क्षेत्र में लगभग 17 तेंदुए दर्ज किए गए थे।
पिछले दो वर्षों में यह संख्या लगभग दोगुनी हो चुकी है, जो वन विभाग और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है।
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